दमोह। सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षा विभाग ने एक नई योजना शुरू की है। इसके तहत, कक्षा 9वीं से 12वीं तक के कमजोर विद्यार्थियों के लिए 71 स्कूलों में ‘सुपर सेक्शन’ बनाए जाएंगे। इन विशेष कक्षाओं में विषय विशेषज्ञ शिक्षक छात्रों को पढ़ाएंगे।
पिछली बार, दमोह का कक्षा 10वीं का रिजल्ट प्रदेश में सबसे खराब रहा, जिसमें 21.26% की गिरावट आई। इस बार, 7764 छात्र फेल हुए, जिससे शिक्षा विभाग ने छात्रों को समय पर सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए ये उपाय किए हैं।
सुपर सेक्शन में छात्रों के लिए साप्ताहिक और मासिक टेस्ट भी आयोजित किए जाएंगे, ताकि उनकी कमी को पहचाना जा सके और उसे दूर किया जा सके। इस पहल का उद्देश्य कक्षा 10वीं का रिजल्ट सुधारना है, ताकि छात्र अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हो सकें।
डीईओ एसके नेमा के अनुसार, नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा पहली से आठवीं तक बच्चों को फेल नहीं किया जाता, जिससे उनकी नींव कमजोर हो जाती है। अब सुपर सेक्शन योजना से कमजोर बच्चों पर फोकस किया जाएगा, ताकि वे नवमीं कक्षा में दबाव को सहन कर सकें और भविष्य में सफलता प्राप्त कर सकें।