मुरैना की नगर निगम महापौर शारदा सोलंकी की 10वीं की मार्कशीट फर्जी पाई गई है। मुरैना जिला कोर्ट ने पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। शारदा सोलंकी, जो कांग्रेस की टिकट पर महापौर बनी थीं, बाद में भाजपा में शामिल हो गईं।
भाजपा की प्रत्याशी मीना जाटव ने पहले भी उनकी मार्कशीट और जाति प्रमाण पत्र को फर्जी बताने का दावा किया था। आरटीआई के तहत मिली जानकारी से पता चला कि जिस वर्ष शारदा की मार्कशीट जारी की गई, उस साल स्कूल में उनके नाम का कोई विद्यार्थी नहीं था।
कोर्ट की सुनवाई के दौरान, जाति प्रमाण पत्र को गलत साबित नहीं किया जा सका, लेकिन 10वीं की मार्कशीट में गड़बड़ी स्पष्ट हो गई। जिला न्यायालय ने सिविल लाइन थाने में धारा 420, 67 और 68 के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया है।
महापौर का कहना है कि उन्हें इस फैसले की जानकारी नहीं थी। स्कूल प्रबंधन और उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने भी उनकी मार्कशीट को गलत बताया है, यह स्पष्ट करते हुए कि संबंधित रोल नंबर किसी अन्य युवक का है, जो सभी विषयों में फेल है।
यह मामला मुरैना के राजनीतिक दृश्य में नया मोड़ लाता है और शिक्षा में पारदर्शिता की आवश्यकता को उजागर करता है।
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