भोपाल: प्रदेश में 50 निजी विश्वविद्यालयों की गड़बड़ियों के खिलाफ अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने सख्त कार्रवाई की अनुशंसा की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कई निजी विश्वविद्यालय बिना मान्यता के इंजीनियरिंग और MBA कोर्स संचालित कर रहे हैं, जिसके चलते इन्हें बंद करने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
AICTE ने स्पष्ट किया है कि यदि निजी विश्वविद्यालय मापदंडों का पालन नहीं करते हैं, तो उनकी डिग्रियों का कोई मूल्य नहीं होगा। इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और मध्य प्रदेश सरकार को भी सूचित किया गया है।
प्रदेश के विभिन्न शहरों में कई निजी विश्वविद्यालय हैं, जैसे भोपाल में सर्वपल्ली राधाकृष्णन विश्वविद्यालय, इंदौर में श्री वैष्णवी विद्यापीठ विश्वविद्यालय, और ग्वालियर में आईटीएम विश्वविद्यालय। अब इन विश्वविद्यालयों को नियमों का पालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया जाएगा।
यदि गड़बड़ियों की पुष्टि होती है, तो AICTE इन संस्थानों पर कार्रवाई कर सकती है, जिसमें छापेमारी और पाठ्यक्रमों की मान्यता रद्द करने का प्रावधान शामिल है। UGC भी ऐसे विश्वविद्यालयों की डिग्रियों पर रोक लगा सकती है, जिससे छात्रों के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।